आ जाता है

प्यार में कभी ऐसा भी एक मुकाम आ जाता है

की जहाँ मेरा आँसू ही मेरे काम आ जाता है

मैने तो किया था सिर्फ़ प्यार ज़माने मे लेकिन

नज़ाने क्यू मेरा आशिकों मे नाम आ जाता है

एहसान कुछ यू हुया मुझपर मेरे दोस्त का

उसका दिया रुमाल अक्सर मेरे काम आ जाता है

मैं उसके शहर का पता पुछ्ता भी तो क्यों

कुछ करता भी नही मुझ पर इल्ज़ाम आ जाता है

लिखते लिखते हो गेया मेरे जब सर मे दर्द तब

{ग़रीब}अपने हाथों मे ले के जाम आ जाता है
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