हजारों शायर है 18 Aug 2014 Bagikan : Tweet यहाँ हजारों शायर है जो तख़्त बदलने निकले है .. कुछ मेरे जैसे पागल है जो वक़्त बदलने निकले है.... Tag : 2 Line Shayari Previous Newer Post Next Older Post