मीठे बोल बोलिये

मीठे बोल बोलिये क्योंकि अल्फाजों में जान होती है;
इन्हीं से आरती, अरदास और इन्हीं से अज़ान होती है;
यह समुंदर के वह मोती हैं;
जिनसे इंसानों की पहचान होती है!"
हाल पूछ लेने से कौन सा हाल ठीक हो जाता है. . .. .

बस तसल्ली हो जाती हे कि इस भीड़ भरी दुनिआ में कोई अपना भी है...!!!
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