एक बार दो दोस्त गोरखपुर से
दिल्ली जा रहे थे।
डिब्बे में भीड़ ज्यादा थी तो उन्हें सीट
नहीं मिल रही थी तो सीट के लिए
उन्हें शरारत सूझी।
उन्होंने अपने बैग से रबड़ का एक सांप
निकाला और चुपके से डिब्बे में छोड़
दिया और चिल्लाने लगे।
सांप...सांप!
थोड़ी देर में डिब्बा खाली हो गया और उन्होंने
जल्दी से बिस्तर जमाकर जगह रोकली।
सुबह जब आंख खुली, तो पांच बजे थे और
गाड़ी किसी स्टेशन पर खड़ी थी।
उन्होंने खिड़की से बाहर झांक कर रेलवे के कर्मचारी
से
पूछा : यह कौनसा स्टेशन है ?
जवाब मिला : गोरखपुर।
उन्होंने पूछा : क्या गाड़ी दिल्ली नहीं गई ?
कर्मचारी बोला : गाड़ी दिल्ली गई, लेकिन
गाड़ी में सांप निकलने के कारण इस
डिब्बे को काट दिया गया...
दिल्ली जा रहे थे।
डिब्बे में भीड़ ज्यादा थी तो उन्हें सीट
नहीं मिल रही थी तो सीट के लिए
उन्हें शरारत सूझी।
उन्होंने अपने बैग से रबड़ का एक सांप
निकाला और चुपके से डिब्बे में छोड़
दिया और चिल्लाने लगे।
सांप...सांप!
थोड़ी देर में डिब्बा खाली हो गया और उन्होंने
जल्दी से बिस्तर जमाकर जगह रोकली।
सुबह जब आंख खुली, तो पांच बजे थे और
गाड़ी किसी स्टेशन पर खड़ी थी।
उन्होंने खिड़की से बाहर झांक कर रेलवे के कर्मचारी
से
पूछा : यह कौनसा स्टेशन है ?
जवाब मिला : गोरखपुर।
उन्होंने पूछा : क्या गाड़ी दिल्ली नहीं गई ?
कर्मचारी बोला : गाड़ी दिल्ली गई, लेकिन
गाड़ी में सांप निकलने के कारण इस
डिब्बे को काट दिया गया...