आज भी याद है वो दिन जब
पहली बार हम मिले थे। कितनी अजीब बातें की थीं न मैंने उस दिन। फिर दो दिन
बाद जब मुझे अहसास हुआ कि मैं कुछ मिस कर रही हूं, तब मैंने मेसेज के जरिए
तुम्हें बताया था कि आई मिस यू। इस पर तुमने भी बड़े स्मार्टली अंदाज में
रिप्लाई किया था कि चलो लगभग 52 घंटे बाद तुम्हें अहसास तो हुआ कि तुम मुझे
मिस कर रही हो। बस कुछ इसी तरह हमारी बातों का सिलसिला शुरू हुआ। कभी
तुम्हारे प्रपोजल को एक्सेप्ट करती तो कभी मना कर देती लेकिन मना करने के
बावजूद तुम यह बात जानते थे कि प्यार मैं तुम से ही करती हूं। जब तुमने
पहली बार मेरा हाथ पकड़ा था तो मैं दो दिन तक उस फीलिंग में खोई रही। हम
कमिटेड हो गए और रिलेशनशिप में आ गए। कितना अच्छा था वो वक्त जब रोज हम
एक-दूसरे से घंटों बात किया करते थे। स्पेशल ओकेजन में गिफ्ट देना और डेट
पर घुमाने ले जाना, सब कुछ कितना स्पेशल था मेरे लिए लेकिन ये खुशियां
सिर्फ कुछ ही पल की मेहमान थीं। मेरा तुमसे दूर जाना हम दोनों के लिए बहुत
मुश्किल था लेकिन तुम यह बात जानते हो कि मैं अपनी मां को कितना प्यार करती
हूं इसलिए इस रिलेशनशिप से मुझे अलग होना पड़ा। हो सके तो मुझे माफ कर
देना मैं भले ही तुमसे दूर रहूं लेकिन प्यार हमेशा तुमसे ही करती रहूंगी। -अर्शी
Seorce ; By :http://navbharattimes.indiatimes.com/
Seorce ; By :http://navbharattimes.indiatimes.com/