अब जब गिरा बादल, तेरी याद आयी,
झुम के बरसा सांवन, तेरी याद आयी,
भीगा मै, लेकीन फिर भी तेरी याद आयी,
क्युं ना आये तेरी याद?
तुने जो छत्री अब तक नही लौटाई
झुम के बरसा सांवन, तेरी याद आयी,
भीगा मै, लेकीन फिर भी तेरी याद आयी,
क्युं ना आये तेरी याद?
तुने जो छत्री अब तक नही लौटाई
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जब भी होगी पहली बारिश
तुमको सामने पायेंग़े
वो बुंदो से भरा चेहरा
तुम्हारा हम कैसे देख पायेंगे
बहेगी जब भी सर्द हवाये
हम खुद को तन्हा पायेंगे
एहसास तुम्हारे साथ का
हम कैसे मेहसूस कर पायेंगे.
जब भी होगी पहली बारिश
तुमको सामने पायेंग़े
वो बुंदो से भरा चेहरा
तुम्हारा हम कैसे देख पायेंगे
बहेगी जब भी सर्द हवाये
हम खुद को तन्हा पायेंगे
एहसास तुम्हारे साथ का
हम कैसे मेहसूस कर पायेंगे.